श्रीप्रबोधानन्द सरस्वतीकी भजनकुटी और समाधि 

अ‍मूल्य ग्रन्थों के रचयिता सुप्रसिद्ध ‘राधारससुधानिधि’, ‘वृन्दावनमहिमामृत’, ‘श्रीचैतन्यचन्द्रामृत’ और ‘संगीत- माधव’ आदि ग्रन्थोंके रचयिता श्रीप्रबोधानन्द अपने पूर्व जीवनमें श्रीरङ्गम निवासी एवं श्रीलक्ष्मीनारायणके […]

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कालीय ह्रद या दह

विशेष्ता इसका वर्तमान नाम कालीय दह है। श्रीकृष्णने कालीय नागका यहीं दमन किया था। पासमें ही केलि-कदम्ब है, जिसपर चढ़कर श्रीकृष्ण कालीयहृदमें […]

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